हर दिन व्यस्त रहे ( Be busy every day ) :-
व्यस्त रहना बहुत अच्छी आदत है, यदि व्यस्त रहने की आदत सभी अपना ले तो जीवन कामयाब हो जाये लेकिन व्यस्तता भी सही डायरेक्शन में होना चाहिए। व्यस्त रहना यानि अपने मन को सही दिशा में टास्क ( कार्य ) देना।
पुरे दिन का कार्यक्रम ( प्रोग्राम ) मन में प्रोग्रामिंग कर दे और उसी अनुसार उस प्रोग्राम को फॉलो करते हुए अपनी दिनचर्या तैयार कर ले। मन को सही ट्रेनिंग हमेशा दे अनप्रोडक्टिवनेस से प्रोडक्टिव एक्ट करना सीखे जिससे ऊर्जा और समय दोनों की बचत हो और सदुपयोग भी हो।
फालतू बातो और फालतू काम में मन लगाने के बजाय मन को सही काम में व्यस्त रहना जितना जल्दी सीखा दे उतना ही जल्दी आपके सामने प्रोडक्टिव रिजल्ट भी आने लगेगा। इसलिए हर दिन व्यस्त रहे और हर दिन उत्साह में रहे ताकि पल पल का आनंद आपको मिले।
पांच आदते जरूर अपनाये जिससे आपको व्यस्त रहने की आदत पड़े।
- वही सोचे जो आप करना चाहते है :- सोच पर नियंत्रण रखना बहुत मुश्किल है, हर समय कुछ न कुछ सोचने की हमे आदत पड़ी होती है, जिससे समय और ऊर्जा दोनों बर्बाद होते है। सही डायरेक्शन में बिजी रहने का सबसे उत्तम तरीका है वही सोचे जो आप करना चाहते है और बनना चाहते है। इससे आपका समय सही तरीके से उपयोग ( Utilize) होगा और एक भी संकल्प ( Thought ) आपके व्यर्थ नहीं जायेंगे।
- अपने सोचने के तरीके को सही और मजबूत बनाये :- सही सोचना यानि सही करना, सही करना यानि कुछ व्यर्थ न हो, फालतू न हो। ये एक ऐसी आदत है जो आपको सफलता के रास्ते पे ले जाती है, व्यर्थ सोच के प्रवाह ( Flow ) को बंद करती है साथ ही आपको टाइम मैनेजमेंट सिखाती है।
- हर दिन उत्साहित रहना और खुश रहना :- खुशी और उत्साह दोनों एक दूसरे के साथ रहते है जितना ज्यादा आप किसी भी काम को लेकर उत्साहित रहते है उतने ही आप खुश है या फिर जतना ज्यादा आप खुश रहेंगे उतना ही उत्साहित रहेंगे। इसलिए ख़ुशी और उत्साह एक दिन नहीं हर दिन बनाये रखे ताकि हर दिन आपका स्पेशल डे रहे।
- जो भी प्लानिंग आप करते है उसे जरूर इम्प्लीमेंट करे :- प्लानिंग तो हम सब कुछ न कुछ करते रहते है, लेकिन उसे अपने रोज के दिनचर्या में लागू नहीं करते, अक्सर लोग लागू करने में चूक जाते है, छोटी छोटी भी यदि माइंड में कोई प्लानिंग है जैसे रोज सुबह टहलना, एक्सरसाइज करना या फिर कुछ ऐसी आदत जो आप को नुकसान पंहुचा रही है उसे छोड़ना है तो उस प्लानिंग को जरूर इम्प्लीमेंट करे, सिर्फ सोचे नहीं।
- सोचे कम, करे ज्यादा :- ज्यादातर लोगो को सोचने की आदत होती है, वो हर पल कुछ न कुछ सोचते ही रहते है , जिससे उनकी आंतरिक ऊर्जा तो कम होती ही है, साथ ही मेंटली वो थके भी महसूस करते है, तो अपने अच्छे स्वास्थ के लिए ज्यादा सोचे मत।
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