इस सिमित अवधी वाले जीवन में अपने सपने और विचारो को जिए , इसे किसी और के सपने और विचारो को जी कर अपने सपने और विचारो को ख़त्म मत करे क्यों की ऐसा करने से ये धीरे धीरे आप से आपका वजूद छीन लेगी। स्वयं के सपने और विचारो को इतना श्रेष्ठ और उत्तम बना दे की किसी और के विचारो की सहायता कदम कदम पर लेनी ना पड़े।
2 Comments
Nice
ReplyDeletethanks
ReplyDelete