आज में ही मौज है -
आज एक ऐसा शब्द है जो रोज आता है और बस एक सेकंड में ही पास्ट बन जाता है, पास्ट फिर याद बन जाता है तो क्यों न हम सभी आज के महत्त्व को समझकर इस आज में ही मौज करे यानि आज का आनंद ले।
न जाने कितने आज बीत गए और कल बन गए। एक आज बिता हुआ कल बन गया और दूसरा आने वाला कल जो आज बन कर आया फिर से वो भी बिता हुआ पल बन गया।
समय कभी रुकता नहीं है, वो हमेशा चलता रहता है, कभी न कभी हम सभी बच्चे थे, समय बीतता गया, देखते ही देखते हम सभी बड़े हो गए, जीवन का अनमोल पल चलता रहा। किसी के पिछे मत भागो यदि भागना है तो अपने लक्ष्य के पिछे भागो जिससे आप अपने जीवन को सिद्ध कर सको। किसी भी लक्ष्य तक यदि आपको पहुंचना है तो उसके लिए आज में टिक कर अपने काम में लग जाओ, मन को एकाग्र कर लो, आपका ध्यान बस आपके लक्ष्य पर हो, यही एक रास्ता है अपने आज को सफल बनाने का।
कभी कभी उदासी भी हमारे आज में दस्तक देती है, ये भी एक बहुत बड़ा फैक्टर होता है आज से माइंड को हटा कर बीते हुए किसी घटना में बुद्धि को ले जाता है और मन और बुद्धि वही किसी घटना में फस जाता है तो खुद को धीरे से जागृत कीजिये और फिर से मन और बुद्धि को आज में टिका कर अपने लक्ष्य पर केंद्रित हो जाये।
हमारे जीवन का सार आज है, जिसने भी इस आज को सही से यूज किया उसने अपने जीवन को सिद्ध किया, सफल किया इसलिए कहा गया है आज में ही मौज है, आज में ही सबकुछ है, बाकि सब भ्रम है।
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